बलिया : आप अपात्र होने के बाद भी गरीबों का निवाला हजम कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए। अब प्रशासन कार्ड जारी होने से अब तक उठाया गया सारा राशन अपात्र जनों से वापस लेगा। खाद्य एवं रसद विभाग लखनऊ के आयुक्त सौरभ ने आदेश को सख्ती से प्रभावी करने के लिए कहा है। बलिया में सात मई से अब तक करीब 150 अपात्रों ने राशन कार्ड सरेंडर कर दिए हैं। इन कार्डों पर हर महीने 7.50 क्विटल राशन की उठान हो रही थी, आपूर्ति विभाग ने रोक लगाने के आदेश दिए हैं। इन कार्ड धारकों ने स्वयं मुफ्त राशन लेने से इन्कार कर दिया है। फिलहाल ऐसे अपात्रों को प्रशासन ने 31 मई 2022 तक अंतिम मोहलत दी है। कहा है कि जो अपात्र जन इस अवधि में राशनकार्ड खुद वापस कर देंगे, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। एक जून के बाद जिले में व्यापक अभियान चलेगा। कार्रवाई के दौरान अपात्र मिलने पर कार्डधारक को जेल भेजा जा सकता है। इसके अलावा कार्ड पर उठाया गया गेहूं और चावल वसूल किया जाएगा। प्रति किलोग्राम गेहूं 24 रुपये जबकि चावल की 32 रुपये के हिसाब से रिकवरी होगी। इस समय गांवों में डुगडुगी पिटवाई जा रही है। बता दें कि जिले में करीब 20 हजार अपात्रों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है, इस संबंध में कई शिकायतों की जांच चल रही है। शासन ने प्रदेश भर में जनवरी 21 से अप्रैल 2022 तक अभियान चलाकर 8.03 लाख राशन कार्ड निरस्त किए थे, दोबारा अभियान शुरू होगा
वर्जन
सरकार के आह्वान पर जिले के लोगों की सोच बदल रही है। अपात्र लोग अपना राशनकार्ड वापस करने लगे हैं। सरेंडर करने की अंतिम तिथि 31 मई तय की गई है, इसके बाद जिला प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। बाजार के दर से बांटे गए खाद्यान्न की वसूली की जाएगी।
कृष्ण गोपाल पांडेय, जिला पूर्ति अधिकारी