Ramnavmi: समाज के अंदर का रावण कब जलेगा ....


आज नवरात्र का दसवां दिन है। यानी की दशमी। आज के दिन रावण को मारकर अन्याय पर विजय प्राप्त करने का दिन है। जिसे विजय दशमी भी कहते हैं। कहा जाता है की श्रीराम ने रावण को मारकर समाज में  घमंड अत्याचार से इस दिन मुक्ति दिलाई थी। इसीलिए ये परंपरा मानते हैं।
                रावण तो अभी भी समाज में है। श्रीराम ने  एक रावण को मारा था । लेकिन अभी  हमारे समाज में बुराई, अत्याचार, अन्याय ,शोषण  करने वाले कई रावण हैं। उनके अत्याचार का खात्मा कौन करेगा। एक वो रावण था जो सीता का अपहरण करके अशोक वाटिका में सम्मान पूर्वक रखा था। और अपने ज्ञान का परिचय दिया लेकिन आज हमारे समाज के रावण बलात्कार,अत्याचार, शोषण करने में लगे हैं। क्या आज रामनवमी को रावण का पुतला जलाने से हमारे समाज में फैली कुरीतियाँ समाप्त हो जाएंगी। समाज के रावण जलेंगे ? अगर ये नहीं समाप्त हो सकते हैं तो पुतला जलाने का दिखावा किसलिए किया जाता है? श्रीराम ने अपने राज्य और प्रजा की सुख-शांति के लिए रावण को मारा था तो प्रजा ने  उन्हें पुरुषोत्तम  माना, क्योंकि श्रीराम  ने बिना किसी निजी लाभ के लिए रावण को मारा था।
हमारे समाज में पुतला जलाकर मुक्ति पाया जा सकता है तो हम अपने अंदर के बुराई, शोषण, द्वेष, भेद-भाव को क्यों नहीं जलाते? रावण ने जो गलती की थी। उसकी सजा भी वह भुगत चुका है। लेकिन जो गलती हम कर रहे हैं उस गलती की सजा भुगतने के लिए तैयार हैं?
आज दशमी के दिन रावण के पुतले के साथ अपने अंदर की बुराइयों को भी जलाएं और एक स्वच्छ, निर्मल, मानवीय मूल्यों से परिपूर्ण समाज का निर्माण करें।

@सुरेन्द्र मौर्य
छात्र -सीएसजेएम विश्वविद्यालय, कानपुर

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