Katni News In Hindi:अब मोह निशा में सोने का समय नहीं है


अब मोह निशा में सोने का समय नहीं है।सनातन धर्म पुकार रहा है। प्रभातामृत समय की कर्म निष्ठ बेला को पहिचानिये। 
कटनी।।आदि शंकराचार्य ने कम उम्र में पैदल चलकर भारत देश की चारों दिशाओं में चार मठों की स्थापना करके साधन हीनता में भी सनातन हिन्दू धर्म की ध्वजा सम्पूर्ण विश्व में फहरा दी थी। इस समय साधनों की कोई कमी नहीं है। केवल आत्मबल एवं कर्तव्य परायणता की आवश्यकता है। हमारी पीढ़ी विदेशी चका चौंध में फसकर अपने धर्म को , अपनी संस्कृति को, अपनी मर्यादा को एवं अपनी भाषा को भूलती जा रही है। हे धर्म सिंघो मठों से बाहर निकलकर भय रहित होकर धर्म रक्षा के लिए धर्म ध्वजा को सुद्रढ़ता से पकड़कर पुनः फहिराइये। आपका एक सत्य वाक्य सम्पूर्ण धर्मावलम्बियों के हृदय में जल निधि के समान अखण्ड प्रभाव डालने में समर्थ है।
यदि आप जैसे महावीर धर्म योद्धा न जागे तो हिन्दू धर्म की रक्षा होना असंभव सा है। हे गुरुओं देश में गुरुकुलों की स्थापना करवाइयें। जिनमें अपने अवोध बच्चे - अपनी गीता, रामायण, महाभारत जैसे महाकाव्यों का अध्ययन करके उनके द्वारा बताते हुए सत्य मार्ग को हृदयांगम करके अपने आप को समझ सकें विदेशी चालों से बच सकें।
उपस्थित हज़ारो श्रद्धालुओं ने हनुमान कथा का रसपान करते हुए साक्षात मारुतिनंदन के दर्शन को अनुभव किया। इस विशाल महायज्ञ में अपनी सेवा देने वाले श्री 1008 आनंद जी महाराज,श्री बिहारी महाराज, प्रमुख उद्योगपति व समाजसेवी पवन मित्तल, संजय गुप्ता, अनिरुद्ध बजाज, एडवोकेट राकेश यादव, बौआ जी महाराज,राजेश खंडेलवाल, पुत्तू दीक्षित,राकेश श्रीवास्तव,वैध सुरेंद्र विश्वकर्मा,अनंत गुप्ता,श्याम तिवारी, राजू शर्मा, बिल्लू शर्मा, एडवोकेट श्रीमती अंजुला सरावगी बजाज(कार्यकारणी सदस्य जिला अधिवक्ता संघ कटनी व जिला प्रतिनिधि शिकायत निवारण समिति मध्यप्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद) ,राजकिशोर यादव,मनोज बाझल,अरुण कनोजिया,आदि।

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