बेंगलरू।। विपक्षी दल लगातार
चुनाव से पहले लाम बन्द हो रहे है। पटना के बाद को बेगलरू में 17 और 18 जुलाई को संयुक्त बैठक किया गया जिसमें यूपीए(संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) का नाम बदलकर (इण्यिा नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्ल्युसिव एलायंस) किया गया। इस
बैठक में कुल 26 दल शामिल हुए
। इस विपक्षी दल के बैठक का नया नाम दिया गया । अब इस गठबंधन को इण्यिा का नाम से पुकारा
जायेगा। सभी विपक्षी दल इण्यिा के हिस्सा होगें। यूपीए का नाम बदलकर इण्डिया का प्रस्ताव
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रखा । सभी शामिल नेताओ ने समर्थन
किया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अधिकारिक रूप से
नाम बदलने का घोषणा कर दिया।
खड़गे ने बताया कि लोकतंत्र को बचाने के लिए चर्चा हुई और बोले कि 11 सदस्यो के टीम की एक समीति गठित की जाएगी। इसके संयोजक
की नाम की घोषण जल्द की जायेगी।
इण्डिया कहने में परहेज होगी -राजद
बता दे कि यूपीए का नाम बदल दिये जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल ने तंज कसते हुए कहा कि अब भाजपा को इण्डिया कहने
में परहेज होगी।
तानाशाही के खिलाफ जनता एकट्ठी हो रही है- उद्वव
तानाशाही के खिलाफ जनता एकट्ठी हो रही हैं। उद्वव ठाकरे ने कहा कि यह लड़ाई दल की नही हैं , देश के लिए हैं। अगली मुलाकात मुंबई में होगी।
NDA और INDIA
के बीच लड़ाई हैं - राहुल गांधी
सबसे अन्त में राहुल गांधी बोलने आये और कहा कि यह लड़ाई बीजेपी की विचार
धारा के खिलाफ हैं। यह NDA और INDIA
के बीच लड़ाई हैं। देश में बेरोजगारी
बढ़ रही हैं और देश का धन चंद हाथो में जा रहा हैं।
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